हर बात का मज़ाक़ उड़ाया न कीजिये।
रिश्तों को बेरुख़ी से निभाया न कीजिये॥
बीमारी आशिक़ी की बड़ी ही हसीन है,
इस रोग का इलाज़ कराया न कीजिये॥
कहते है लोग पीके उसे भूल जाऊंगा,
साक़ी मुझे शराब पिलाया न कीजिये॥
रूसवाइयाँ मिलेंगी हज़ारों ए दोस्तों,
मेरे फ़साने सबको सुनाया न कीजिये॥
हर शख़्स दोस्ताने के क़ाबिल नहीं होता,
"सूरज" सभी को दोस्त बनाया न कीजिये॥
डॉ॰ सूर्या बाली "सूरज"